पाली. कलक्ट्रेट सभागार में सोमवार को एनजीटी के निर्देशों को लेकर बैठक आयोजित की गई। इसमें फिर प्रदूषण के खिलाफ अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने का राग अलापा गया। वहीं निर्देश दिए गए, जो हर सप्ताह दिए जा रहे है। बैठक में जिला कलक्टर अंशदीप ने रहवासी क्षेत्र में संचालित अवैध औद्योगिक इकाइयों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करते हुए नोटिस जारी करने को कहा। नगर निकाय संस्थाओं के नियम के अनुसार रहवासी क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों का संचालन नहीं हो इसके लिए सभी नगर निकाय आवश्यक कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि 88 अवैध औद्योगिक इकाइयों के बिजली कनेक्शन काटे गए, जिनमें से 21 कनेक्शन पुन: जुड़े। जिसको डिस्कॉम ने हटा दिया है।
सीइटीपी के अरुण जैन ने कहा कि फैक्ट्री के दोनों और मिट्टी के रोके बनाए जाएंगे ताकि जहां से गंदा पानी निकले उसकी पहचान हो सके। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर चन्द्रभानसिंह भाटी, उपखण्ड अधिकारी उत्सव कौशल, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी आरके बोडा, दीपक ओझा, परिवहन अधिकारी राजेन्द्र दवे, कृषि विभाग के प्रभात रंजन, डिस्कॉम के अधिशाषी अभियंता मनीष माथुर आदि मौजूद रहे।
रेत के धोरे बनाने की हिदायत
सड़क पर प्रदूषित पानी छोडऩे वाली इकाइयों की पहचान कर सीइटीपी के जरिए सभी फैक्ट्रियों के बाहर दोनों तरफ रेत के धोरे बनाने को कहा। कनसेंट टू ऑपरेट नहीं होने पर कार्रवाई के निर्देश दिए। परिवहन, कृषि, चिकित्सा, जलदाय एवं भूजल संरक्षण विभाग के अधिकारियों को सौपे गए दायित्व के अनुसार कार्रवाई के निर्देश दिए।