श्रीगंगानगर. ब्राह्मण समाज की विप्र फाउण्डेशन महिला प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्ष मंजू शर्मा का कहना है कि बालिका शिक्षा के बलबूते पर ही समाज का समग्र विकास संभव है। बालिका शिक्षा अब समय की जरुरत बन गई है।
राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में इलाके में पहली बार रविवार को विप्र फाउण्डेशन महिला प्रकोष्ठ की जिला शाखा की ओर से मीरा चौक स्थित गौतम आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कहा कि कोरोना ने विश्व को सहयोग की भावना से नई सीख मिली है।
समाज में की बेटियों को शिक्षित करना ही विप्र फाउण्डेशन संस्था का लक्ष्य है। जब तक महिला शिक्षित नहीं होगी परिवार की उन्नति और प्रगति नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को पात्र महिलाओं को दिलाने के लिए विभिन्न कैम्प लगाए जाएंगे।
इस मौके पर नवनियुक्ति जिलाध्यक्ष कुसुम शर्मा ने दस लड़कियों को शिक्षित करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में विप्र फाउण्डेशन के जिलाध्यक्ष प्रवीण गौड़ ने कहा कि विकसित देश का सपना साकार तभी संभव है जब समाज में सहयोग और परोपर की भावना रहेगी। इस दौरान प्रदेश सचिव गायत्री शर्मा, जिला मंत्री रवि शर्मा, जिला प्रवक्ता विजय पंचारिया, कोषाध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा आदि ने समाज की एकता पर बल देते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
वहीं अनु शर्मा ने ब्राह्मण समाज में महिलाओं के योगदान के बारे में व्याख्यान दिया। इससे पहले भगवान परशुराम के चित्र पर दीप प्रवज्जलित कर कार्यक्रम का आगाज किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान महिला प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी घोषित की गई। महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष कुसुम शर्मा ने बताया कि जिला महामंत्री अनु शर्मा व रमा दीक्षित, सचिव शालू शर्मा, कोषाध्यक्ष नीलकमल ओझा, मीडिया प्रभारी प्रिया शर्मा, उपाध्यक्ष कंचन दुबे, सिमरन शर्मा, वीना शर्मा, अंकाक्षा शर्मा, रीतू शर्मा, अमिता ओझा, उषा शर्मा, सुनीता शर्मा, मंजू शर्मा को शामिल किया गया है।
वहीं तहसील अध्यक्ष भी घोषित किए गए। इसमें रायसिंहनगर से सुनीता कौशिक, सूरतगढ़ से ललिता शर्मा, घड़साना से सुलोचना शर्मा, करणपुर से संतोष शर्मा, घड़साना से ललिता शर्मा, श्रीविजयनगर से रेणु शर्मा तहसील अध्यक्ष बनाया है।