बीकानेर. बीकानेर कला, थिएटर एवं कल्चर फेस्टिवल में शनिवार को लोक नाट्य परम्परा के तहत रम्मत का प्रदर्शन हुआ। वहीं लोक धुनों पर पारम्परिक लोक रंग बिखरे। फेस्टिवल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के तहत नौटंकी शहजादी रम्मत का प्रदर्शन धरणीधर रंगमंच पर हुआ। रम्मत में कृष्ण कुमार बिस्सा, मनोज कुमार व्यास, इंद्र कुमार बिस्सा, विकास पुरोहित, प्रेम गहलोत, रविंद्र बिस्सा, गोविन्द गोपाल बिस्सा तथा अविनाश बिस्सा ने रम्मत के विभिन्न चरित्रों को मंच पर उतारा।
असगर लंगा पार्टी की ओर से लोक एवं सूफी गीतों की प्रस्तुति दी गई। फेस्टिवल संयोजक निकिता तिवारी के अनुसार फेस्टिवल में संवाद कार्यक्रम में बीकानेर की पारम्परिक पेंटिंग परम्पराओं और साहित्य पर संवाद हुए। प्रोफेसर मौली आईतकेन व शैनेन डेविस के बीच हुई चर्चा में बीकानेर की उस्ता कला और मिनिएचर कला की विशेषताओं पर संवाद हुआ। साहित्य के इर्द गिर्द विषय पर दूसरा संवाद कार्यक्रम हुआ। फेस्टिवल से जुड़े नवल किशोर व्यास के अनुसार रविवार को संगीत यात्रा पर संवाद, सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक गायक कलाकार सांवर लाल रंगा प्रस्तुति देंगे। नाटक नेखक का कुत्ता का ऑनलाइन मंचन किया जाएगा।