नई दिल्ली. कोरोना महामारी के कारण चल रही ऑनलाइन क्लास बच्चों को बीमार बना रही है। बच्चों का स्क्रीन टाइम दो से तीन गुना तक बढ़ गया है। इससे बच्चों की सेहत से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं। दूसरी ओर माता-पिता भी तनाव में हैं। अभिभावकों का कहना है कि उनके बच्चों में तनाव पहले से ज्यादा बढ़ा है। कोरोना संक्रमण दर में कमी के बावजूद वह बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं।
बच्चों में ये 8 बीमारियां
44.8 फीसदी बच्चों को ड्राई आई सिंड्रोम
42.7 फीसदी में चिड़चिड़ापन, व्यवहार बदला
41.8 फीसदी बच्चों को नींद से जुड़ी समस्याएं
34.8 फीसदी बच्चों में सिरदर्द की समस्या
32.5 फीसदी बच्चों का वजन बढ़ा
16.7 फीसदी बच्चों की भूख में कमी
12.7 फीसदी बच्चों में फ्रेश होने की समस्या
3.7 फीसदी बच्चों को थकान व शरीर दर्द
यह भी हैं कारण
गलत मुद्रा में बैठना, रोशनी की कमी, मोबाइल स्क्रीन पर ज्यादातर क्लास, स्क्रीन की कम दूरी, लगातार देखना, बिना एंटी ग्लेयर चश्मे के स्क्रीन पर देखना, बच्चों की शारीरिक गतिविधि की कमी।
समस्या होने पर यह करें
तनाव न लें क्योंकि ऑनलाइन क्लास बच्चे के स्कूल से जुड़ाव के लिए है, इसे स्कूल भी स्वीकारते हैं। हाइब्रिड लर्निंग यानी बच्चों को ऑनलाइन क्लास के साथ किताबों के जरिए भी पढ़ाई कराएं। व्यक्तित्व विकास पर ध्यान देने की जरूरत, ताकि बच्चे भविष्य की चुनौतियों से लडऩे में सक्षम बनें। बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई के लिए इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक की गाइडलाइन को फॉलो करें
स्क्रीन टाइम घटाएं, शरीरिक गतिविधि बढ़ाएं
स्क्रीन टाइम बढऩे व अभिभावकों का कोरोना के कारण बाहर खेलने से रोकने की वजह से बच्चों में सेहत से जुड़ी समस्याएं बढ़ी हैं। इससे बच्चों का वजन बढऩे के साथ दिमाग, आंख, व पोश्चर से जुड़ी दिक्कतें बढ़ी हैं। बच्चों की शारीरिक गतिविधि बढ़ाने के साथ पौष्टिक खानपान पर भी ध्यान देने की जरूरत है।