Sunday, March 7, 2021
Zooka News
No Result
View All Result
  • Login
  • Home
  • State
    • Rajasthan
    • Rajasthan Patrika
  • EducationLive
  • Knowledge
  • Tech
  • Science
  • Business
  • Health
  • World
Download App
  • Home
  • State
    • Rajasthan
    • Rajasthan Patrika
  • EducationLive
  • Knowledge
  • Tech
  • Science
  • Business
  • Health
  • World
No Result
View All Result
Zooka News
No Result
View All Result

RBI को क्यों पड़ती है नोटों को बदलने की जरूरत? जानिए किस तरह होता है सिस्टम में करेंसी का सर्कुलेशन

Kuldeep by Kuldeep
January 24, 2021
Reading Time: 1min read
Share On WhatsAppShare on FacebookShare on Twitter
RBI Old notes

23 जनवरी को हमने आपको बताया था कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 100, 10 और 5 के पुराने नोट वापस लेने का मन बनाया है. RBI के असिस्टेंट जनरल मैनेजर बी महेश के मुताबिक, इन पुराने नोटों को चलन से बाहर करने की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है. हालांकि इसको लेकर अभी तक किसी डेडलाइन की घोषणा नहीं की गई है. पुराने सीरीज के नोट की मान्यता अभी भी है और आगे भी जारी रहेगी. इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसे में आपके मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर किन कारणों से आरबीआई पुराने सीरीज के नोट को चलन से बाहर करने का फैसला करता है और इसके क्या फायदे हैं.

रिजर्व बैंक समय-समय पर पुराने सीरीज के नोट को सिस्टम से वापस लेता है और उसकी जगह नए सीरीज के नोट जारी किए जाते हैं. यह एक सामान्य प्रक्रिया है और ऐसा करने के पीछे कई कारण हैं. RBI जब नए सीरीज का नोट जारी करता है तो उसमें सेफ्टी फीचर पुराने के मुकाबले बेहतर होता है. साथ ही यह एक इंटरनेशनल स्टैंडर्ड भी है, जिसके तहत सर्कुलेशन में समान वैल्यू के नोट एक सीरीज के होने चाहिए. नोटबंदी के बाद 100, 10 और 5 के नए नोट जारी किए जा चुके हैं. ऐसे में अभी इन तीनों नोटों के डबल सीरीज सर्कुलेशन में हैं. इसी कारण से पुराने नोट्स वापस लेने का फैसला किया गया है. इसके अलावा ब्लैकमनी और होर्डिंग पर लगाम लगाने के मकसद से भी आरबीआई समय-समय पर इस तरह का फैसला लेता है.

रिवर्स सिस्टम में होने लगता है काम

माना जा रहा है कि अप्रैल 2021 तक 100, 10 और 5 के पुराने नोट सर्कुलेशन से वापस ले लिए जाएंगे. जब आरबीआई यह फैसला करता है तो सबसे पहले करेंसी चेस्ट में इसकी सप्लाई बंद कर दी जाती है. बैंकों से कहा जाता है कि वे पुराने सीरीज के नोट काउंटर पर बांटना बंद करें और अपने स्टॉक केंद्रीय बैंक में जमा करवा दें. आरबीआई के आदेश के बाद एटीएम में पुराने सीरीज के नोट नहीं डाले जाते हैं. इस तरह पुराने नोट सर्कुलेशन में कम होने लगते हैं. इसको लेकर एक डेडलाइन भी घोषणा की जाती है, जिससे पहले लोगों को पुराने नोट बैंक में जमा करवाने होते हैं.

क्या होता है करेंसी चेस्ट और कैसे करता है काम?

इसके बारे में आगे की चर्चा से पहले यह समझने की कोशिश करते हैं कि पूरे देश में करेंसी का सर्कुलेशन किस तरह होता है और पुराने सीरीज के नोट को किस तरह वापस लिया जाता है. पूरे देश में करेंसी का सर्कुलेशन रिजर्व बैंक की तरफ से बनाए गए करेंसी चेस्ट की मदद से होते हैं. ये करेंसी चेस्ट बैंकों के सलेक्टेड ब्रांच ही होते हैं. RBI की सालान रिपोर्ट 2017-18 के मुताबिक, करेंसी सर्कुलेशन को लेकर उसके 19 इश्यू ऑफिस, 3975 करेंसी चेस्ट और 3654 स्मॉल क्वॉइन डिपॉट हैं. अप्रैल 2019 में आरबीआई ने गाइडलाइन जारी किया था, जिसके तहत करेंसी चेस्ट का आकार कम से कम 1500 स्क्वॉयर फीट हो. पहाड़ी पर यह एरिया 600 स्क्वॉयर फीट होना चाहिए. आरबीआई गठित कमिटी ने सलाह दी थी कि एक चेस्ट की क्षमता कम से कम 1000 करोड़ रुपए होनी चाहिए. इसके अलावा रोजाना आधार पर यह कम से कम 6.6 लाख पीस नोट को प्रोसेस करे.

नोटों की छपाई की जिम्मेदारी RBI की

करेंसी चेस्ट को मैनेज करने का अधिकार और जिम्मेदारी पूरी तरह रिजर्व बैंक का है. आरबीआई केंद्र को यह सलाह देता है कि कितने नंबर ऑफ नोट छापने हैं, करेंसी डिनोमिनेशन क्या-क्या होगा और इसकी छपाई कितनी संख्या में करनी है. नोट के सिक्यॉरिटी फीचर को लेकर रिजर्व बैंक फैसला लेता है. इसके जरिए केंद्रीय बैंक महंगाई दर और इकोनॉमिक ग्रोथ पर कंट्रोल रखता है.

नोटबंदी के बाद नोटों की छपाई

बता दें कि नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक की तरफ से 2000, 500, 200, 100, 50, 20, 10 और 5 रुपए के नए नोट जारी किए गए हैं. हालांकि अभी भी पुराने नोट की वैधता है और यह प्रचलन में भी है. आरबीआई ने 5 जनवरी 2018 को 10 का नया नोट जारी किया था, जुलाई 2019 में 100 का नया नोट जारी किया गया था, 20 के भी नए नोट जारी किए गए हैं, 50 के नए नोट 18 अगस्त 2017 को जारी किया गया था, 25 अगस्त 2017 को 200 के नए नोट जारी किए गए थे. नोटबंदी के ठीक बाद 10 नवंबर 2016 को 500 के नोट जारी किए गए थे. उसी दिन 2000 के भी नोट को जारी किया गया था. इसने 1000 रुपए के नोट की जगह ली थी. फिलहाल 1000 रुपए का नोट प्रचलन में नहीं है.

ये भी पढ़ें, देश के इन 3 बैकों में जमा है आपका पैसा तो आपके लिए है ये खबर, खुद RBI ने बताई ये बड़ी बात

ये भी पढ़ें, अब 5,10 और 100 रुपए के पुरानें नोटों की होगी विदाई, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, जानें बदलने के नियम

ये भी पढ़ें, बड़ी खबर: मार्च के बाद नहीं चलेंगे पुराने 100, 10 और 5 रुपए के नोट, RBI ने दी जानकारी

The post RBI को क्यों पड़ती है नोटों को बदलने की जरूरत? जानिए किस तरह होता है सिस्टम में करेंसी का सर्कुलेशन appeared first on TV9 Hindi.

Leave a Reply Cancel reply

Mail us:-kuldeep.siraswar@gmail.com

© 2020 Zooka News
Developed And Design By:-Kuldeep Siraswar

No Result
View All Result
  • Home
  • State
    • Rajasthan
    • Rajasthan Patrika
  • Education
  • Knowledge
  • Tech
  • Science
  • Business
  • Health
  • World

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In